बैकुंठपुर।
खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कोरिया जिले के मुख्यालय बैकुंठपुर के महलपारा स्थित शर्मा अस्पताल के जांच के मामले में कोरिया कलेक्टर चंदन त्रिपाठी के दखल के बाद जांच दल को बुलवाया और मामले में रिपोर्ट नही सौपे जाने को लेकर पूछताक्ष की तो दो दिनो के भीतर ही जांच पूरी कर ली गई।
जो अपने आप में क्या हो रहा था इसकी पूरी कहानी बया करता है। यानी मामले में पहले ही जाच पूरी कर ली गई थी किंतु फाइल को दबा कर रख दी गया था।
जिसमें सबसे प्रमुख जिम्मेदार तातत्कालिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी डॉ. आर एस सेंगर पर ही उंगली उठ रही है। क्योकि वर्तमान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले में जैसे ही सख्त रूप अपनाया तो दो दिन के अंदर जांच कैसे पूरी कर ली गई ।
कलेक्टर को सौपी गई जॉच फाइल-सीएमएचओ
जिसे मुख्य चिकित्सा में स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा कोरिया कलेक्टर को सौंप दी गई है मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह का कहना है कि फाइल दबाने ना दबाने के संबंध में मैं कुछ नहीं कह सकता । क्योंकि मामला मेरे से काफी पहले का है जिसकी जानकारी भी मुझे नहीं थी आपके द्वारा मुझे जानकारी दी गई थी जिस पर मैंने फाइल खुलवाया तो यह सब मामला सामने आया । मैंने जांच की फाइल को कोरिया कलेक्टर के सुपुर्द कर दिया है।
अस्पताल पर लगातार लग रहें हैं गंभीर आरोप
शासन के अनुमति नहीं होने के बावजूद करोना पॉजिटिव मरीज को पहले अस्पताल में भर्ती किया । उसके बाद उसका इलाज भी शुरू कर दिया । जबकि अस्पताल की जिम्मेदारी थी कि मरिज को तुरंत कोविड अस्पताल बैकुंठपुर में भेजा दिया जाता । इसी चक्कर में बैकुंठपुर जूनापारा निवासी मरिज सुनील तिवारी की मौत हो गई थी। जिस पर तत्कालीन कोरिया कलेक्टर ने महामारी नियमों के उल्लंघन एवं शासन से अनुमति न होने के बावजूद भी इलाज एवं इलाज के दौरान हुई मौत में मामले में अस्पताल की जांच कराया। जिस जाच में अस्पताल के खिलाफ कई गंभीर अनियमित निकाल कर बाहर आई एवं जिस पर तत्कालीन जांच टीम ने धारा 302 के तहत अपराध दर्ज करने की अनुशंसा भी कर दिया। बाद में मामले को दबा दिया गया जिस पर कार्यवाई न होने की शिकायत के बाद दोबारा जाच कराने के आदेश दिये गये थे।
जिला प्रशासन पर टिकी निगाहें
अब देखना होगा कि आगे मामले में जॉच रिपोर्ट सौपे जाने के बाद क्या कार्यवाई की जाती है। गौरतलाब हो कि शर्मा अस्पताल द्धारा विगत वर्षों में कई प्रकार की गंभीर अनिमितत्ता पाये जाने के कारण गत वर्ष कई महिने तक जिला प्रशासन के द्धारा अस्पताल को सील कर दिया गया था।
फैक्ट फाईल……..
00 कोरोना से पिडित मरिज सुनील तिवारी की शर्मा हॉस्पिटल में 09 मई 2021 को इलाज के दौरान हुई थी मौत
00 तत्कालीन अपर कलेक्टर सुखनंदन अरिवार ने जांच के बाद अस्पताल पर हत्या की धारा 302 की कार्रवाई को कहा
00 09 फरवरी 2024 को कोरिया कलेक्टर ने पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जाच कर रिपोर्ट देने को कहा
00 01 जनवरी 25 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी के द्धारा जॉच रिर्पोट कोरिया कलेक्टर को सौपा गया